मेरे साई ने सब कुछ दिया दुखियो को शरण में लिया,
शिरडी धाम को पावन किया,दुखियो को शरण में लिया,
जो भी भक्त शिरडी में आया,
उसने अपना भाग्ये जगाया,
प्रेम सब को ही तुमने दिया,
दुखियो को शरण में लिया,
जिसने तुम को दिल से धया सब कुछ ही तो उसने पाया,
तेरे दर पे भरी झोलियाँ दुखियो को शरण में लिया,
मेरे साई ने सब कुछ दिया दुखियो को शरण में लिया,
पानी से दिए तुमने जलाये जाती धर्म के भेद मिटाये,
सच्चा ज्ञान ये तुमने दिया,दुखियो को शरण में लिया,
मेरे साई ने सब कुछ दिया दुखियो को शरण में लिया,