जशने साई का भुलावा माई का,
नाचो गाओं ख़ुशी मनाओ आया मेला साई का,
जशने साई का भुलावा माई का,
माँ और साई एक है बंदे,
सबके बिगड़े काम है करते,
तुम भी आके अर्जी लगाओ दरबार लगा है साई का,
जशने साई का भुलावा माई का,
सुना है बाबा कष्ट मिटाते,
माँ नाम से दुःख मिट जाते,
आके जलवा देख तू बंदे द्वार खुला है साई का,
जशने साई का भुलावा माई का,
साई मात पिता बन जाना,
दुखो को तुम दूर भगाना,
कलयुग के तुम अवतारी हो असर मेरे साई का,
जशने साई का भुलावा माई का,