मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है,
साई मेरी पीड़ा पहचान जाते है,
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है,
मैं जब भी भुलाता हु साई दौड़े आते है,
मझधार मेरी नैया साई पार लगाते है,
मेरे आंसू पौंछ ते है और मुझे हसाते है,
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है,
ये बड़े किरपालु है दुःख पल में हरते है,
अपने भक्तो की ये ईशा पुराण करते है,
दुखियो के दुखो को ये तो जान जाते है,
ये इतने दयालु हर किसी को प्यार करे,
जो आये समाधि पर उसका उधार करे,
ये भगतो का कहना तो मान जाते है,
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है,
जग का तू बाबा इक ही आधार है,
इस जीवन में मेरे साई तेरा उपकार है,
जो भी दर पे आये,झोली भर के जाते है,
मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है,