नाचे राधा छनके पायलियाँ मुरली बाजे कन्हिया की,
बोले कोयल मोर पपीहा मुरली भजे कन्हैया की.
दास नाचो है यमुना तट पर,
नाच रही सब गुजरियाँ,
झील मिल होइ सितारे ऑडी देखो जिनने चुनरिया,
नाचे राधा छनके पायलियाँ मुरली बाजे कन्हिया की,
दास देख के बेबस सो रंग से,
देवो फूल बरसाई रहे नाचे गोपियाँ सभी ब्रिज की,
कान्हा मुरली बजा रहे,
नाचे राधा छनके पायलियाँ मुरली बाजे कन्हिया की,
राधे श्याम की जोड़ी सूंदर सब को लागे प्यारी है,
नन्द बाबा के मोहन प्यारे,राधे बृषवान दुलारी है,
नाचे राधा छनके पायलियाँ मुरली बाजे कन्हिया की,