नये साल में बाबा तुमसे वादा एक निभाये गे,
और कही चाहे ना जाए हर ग्यारस खाटू आएंगे,
जब जब मांग ने आते है तब तब तुमसे पाते है,
जितना सोचा के आते है उस से ज्यदा ले जाते है,
बहुत हुआ ये लेना देना अब तेरा शुकर मनाये गे,
और कही चाहे ना जाए हर ग्यारस खाटू आएंगे,
जो कुछ बाबा मेरा है सब कुछ ही तो तेरा है,
जब दुखो ने गेरा है तूने किया सवेरा है,
तेरी एक एक रहमत का कैसे कर्ज चुकायेगे,
और कही चाहे ना जाए हर ग्यारस खाटू आएंगे,
सरे तीर्थ घुमे है हर इक देव मनाया है,
कही भी ये आनदं नही जो खाटू में पाया है,
बेठ तेरे चरणों में मीतू दिल का हाल सुनाये गे,
और कही चाहे ना जाए हर ग्यारस खाटू आएंगे,