कहाँ जाके फरियाद करू,
तू ही मेरा ठिकाना है,
तू ही है माझी तू ही किनारा,
तू ही भवर है तू है द्वारा,
चाहे डुबोदे चाहे बचा ले,
कर दिया खुद को तेरे हवाले,
क्यों फ़िक्र बेकार करू,
मुझे किसने बचाना है,
तू ही मेरा ठिकाना है,
तुझपे भरोसा तुझपे यकीन है,
मेरा तो कोई और नहीं है,
दुःख न देना सुनले अर्जी तेरी रजा है तेरी मर्जी,
हर सेह स्वीकार करो,
तुझे सब कुछ माना है ,
तू ही मेरा ठिकाना है,