नित के दर्शन होंगे बाबा खाटू के दरबार,
श्याम तेरी फोटो छपी अखबार,
छपे है नीले रे असवार,
फ्रंट पे श्याम है सजता ब्यूटीफुल है ये दीखता,
खाटू अखबार ये छपता बड़ा ही सूंदर लिखता,
देश के कोने कोने ने पहुंचे मेरी सरकार,
श्याम तेरी फोटो छपी अखबार,
छपे है नीले रे असवार,
हर सुबह रोज ये आता तेरा कोई भगत दे जाता,
कैसा है मुझसे नाता डाकियाँ बन के वो आता,
आज तलक न समजा कैसे पौंछा ये अखबार,
श्याम तेरी फोटो छपी अखबार,
छपे है नीले रे असवार,
पेज रंगीन पे देखो श्याम शृंगार में देखो,
नैनो में इनके झांको बोले मन मोहन देखो,
स्वर्ण जड़ित सिनगाशन बैठा चमके रंग बहार,
श्याम तेरी फोटो छपी अखबार,
छपे है नीले रे असवार,
फूलो से श्याम है सजता नये नये पोज में छपता,
एप्पल आई एट हाथ ले फोटो को छूट है करता,
सब से बड़ा पटकार ये सजन लेखक रचना कार
श्याम तेरी फोटो छपी अखबार,
छपे है नीले रे असवार,