देहली सामने खलो के सवाल पाया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
तेरा मिलन सुदामा यार आया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
लई नी ख़बर ओहने कदे मेरे घर दी,
यार नूँ भुलाता तुहाढा राजा है बेदर्दी,
ओहने कदे चिट्ठी चीरा वी नी पाया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
तेरा मिलन सुदामा यार आया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
करके पढ़ाइयां असीं शादियां करवाईया ने,
मैं इक करवाई एहने अठ करवाईया ने,
अठे रानियां ने बन्न के बिठाया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
तेरा मिलन सुदामा यार आया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
द्वारपाल हसदे ने बन्दा है मलंग जा,
झिपदा नी भोरा देखो मेहमान नंग जा,
जा के महलां च सुनेहां लाया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
तेरा मिलन सुदामा यार आया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
लूटन सुदामा आ गया नूर दे नजारे नूँ,
मिलेआ संदेश देव सँवारे प्यारे नूँ,
दौडेया नंगे पैरी एन्ना चा चढ़ाया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
तेरा मिलन सुदामा यार आया,
द्वारपालो श्याम नूँ कहो,
पंडित देव शर्मा बृजवासी
श्री दुर्गा संकीर्तन मंडल
रानियां(सिरसा)
७५८९२१८७९७