तेरा एक दीवाना आया है खाटू वाले तेरी नगरी में,
ये जग से हार के आया है इक तेरा द्वारा पाया है,
खाटू वाले तेरी नगरी में,
तेरा एक दीवाना आया है खाटू वाले तेरी नगरी में
तू सब से बढ़ कर दानी है तेरी महिमा सब ने मानी है,
तू ही कलयुग का दाता है तुझे कहते शीश का दानी है,
तू मेरा प्यारा बाबा है बाबा मैं तेरा पागल हु नहीं ज्ञान है मेरी गगरी में,
तेरा एक दीवाना आया है खाटू वाले तेरी नगरी में
हारे का तू ही साथी है मैं भी इस जग से हारा हु,
मेरा हाथ पकड़ ले सांवरियां मैं भी किस्मत का मारा हु,
इक तेरे भरोसे आया हु उमीदे श्याम लाया हु,
खड़ा गम की छाई बद्री में,
तेरा एक दीवाना आया है खाटू वाले तेरी नगरी में
चरणों से लगा तू सांवरियां तू सब से बड़ा दातारि है,
दीपक सूफी के भाग जगा तेरे चरणों का पुजारी है
क्यों देर लगा ते हो बाबा यत्न जीत पुकारे तू आजा,
मेरी श्रद्धा में तू सबरी में,
तेरा एक दीवाना आया है खाटू वाले तेरी नगरी में