कितना सोहना तेरा भवन सजाया, दिल करे देखदा रवां,
दिल मुडदा नही लख समझाया, दिल करे देखदा रवां,
कितना सोहना तेरा भवन सजाया, जी करे देखदा रवां,
दिल विच तेरा प्यार वैसा के, वेखि जांवां कोल बिठा के,
तेनू दिल वाले शीशे च सजाया, दिल करे पूजदा रवां,
कितना सोहना तेरा भवन सजाया, दिल करे देखदा रवां,
प्यार तेरा है जिंदगी मेरी, करनी ऐ मैं पूजा तेरी,
तेनु अँखियाँ दे विच मैं वसाया, दिल करे देख्दा रवां,
कितना सोहना तेरा भवन सजाया, दिल करे देखता रवां,
मईया तेरी ज्योत जगावां, नच के गा के तैनू मनावां,
ये मईया बच्चा तेरा चरणों में आया, जी करे पूजदा रवां,
कितना सोहना तेरा भवन सजाया, दिल करे देखता रहूँ,
पंडित देव शर्मा
श्री दुर्गा संकीर्तन मण्डल
रानिया सिरसा