मेरी नैया लगी है किनारे पे,
मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे,
पितर दादा मेहर खिला दे,
उजड़ा मेरा संसार वसा दे,
कुछ दया करो महारे पे,
मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे,
मारे लात ये भैंस दुधारी,
विनती सुन लो दादा हमारी,
या ज़िंदगी तेरे इशारे पे,
मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे,
पांचो कपड़े रखे तुम्हारे,
बिगड़े काम बनाओ हमारे,
थारी फिरके ध्वजा चुबारे पे,
मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे,
दूध पूत रोजगार बढ़ाना,
दास राजेंदर पे मेहर बरसाना,
करा दया तू भोली वेचारे पे,
मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे,