घर घर में है जिसकी चर्चा,
हर होंठों पे जिसका नाम है,
लीले घोड़े की करता सवारी,
जिसे कहते सभी बाबा श्याम है,
इस कलयुग में श्याम प्रभु का,
बज रहा डंका घर घर में,
बड़े भाग्य से मिला है मौका,
तू भी आ दर्शन करले,
देव सच्चा है सच कहता हूँ,
मेरा सबको यही पैगाम है,
लीले घोडे की करता सवारी.....
इतना समझ ले अंधकार से,
ये ही तुझको निकालेगा,
जब भी इसको याद करोगे
आकर तुझे संभालेगा,
दीन दुखियों को देता सहारा,
मेरा बाबा ये ही तो काम है,
लीले घोडे की करता सवारी.....
जिस दिन इसकी नजर पड़ेगी,
उस दिन समझोगे प्यारे,
बनवारी बस इतना समझ ले,
हो जाएंगे वारे न्यारे,
ये तो सस्ता है सौदा बन्दे,
तेरी कौड़ी लगे ना छदाम है,
लीले घोडे की करता सवारी.....