साई बाबा मुझे दर पे भुला ले,
मैं दुनिया से तंग आ गया,
मुझे दुनिया से साई क्या लेना मुझे तो तेरा घर भा गया,
साई बाबा मुझे दर पे भुला ले,
दर्द जुदाई सेह नहीं पाउ,
बिन तेरे अब रह नहीं पाउ,
दर्द जुदाई वाला सेह नहीं पाउ,
तेरे बिन साई अब रह न पाउ,
बस इक तमना है दीदार तेरा पाउ,
वारि में मेरी रहना गुण गान तेरा गाउ,
सारी दुनिया में साई बाबा तेरा ही तो रंग छा गया,
साई बाबा मुझे दर पे भुला ले.........
तू चाहे तो राज करा दे साई तख्तो ताज दिला दे,
कोई और नहीं साई इक तेरे सिवा अपना,
ये सोच मिटा देना देखो जो अगर सपना,
हर रंग में है रंग साई तेरा,
मुझे तो तेरा रंग भा गया,
साई बाबा मुझे दर पे भुला ले,