जब से तेरे दर पे आई मैं बड़ी मस्ती में हु,
राधे राधे श्री राधे राधे राधे राधे श्री राधे,
जब से तुम संग लोह लाइ मैं बड़ी मस्ती में हु,
ना मजा दुःख में न सुख में न दर्द का एहसास है,
वेदये तू ही तू दवाई मैं बड़ी मस्ती में हु,
जब से तेरे दर पे आई मैं बड़ी मस्ती में हु,
राधे राधे ....
छा गई आँखों में मेरे मोहनी मूरत प्यारी सी,
तू ही तू बस दे दिखाई मैं बड़ी मस्ती में हु,
जब से तेरे दर पे आई मैं बड़ी मस्ती में हु
राधे राधे ....
न तमना दोलतो की न शोहरतो की लाडली,
नाम की करके कमाई मैं बड़ी मस्ती में हु,
जब से तेरे दर पे आई मैं बड़ी मस्ती में हु
राधे राधे .....