लोगो ने था बतलाया खाटू में श्याम की माया,
जो श्याम के दर पे जाये खाली न उसे लोटाये,
खाटू धाम जो गया पहली बार मेरी सोई भी किस्मत जगी है,
जय जय श्याम जय जय श्याम....
इतनी क्यों तारीफ करे सब श्याम की मैंने सोचा,
ये बाते सब सोच के मैं भी खाटू धाम जो पोंचा,
कितना कहता है सच संसार,
मेरी तो सोई भी किस्मत जगी है.....
खाटू की पावन धरती पर अपना पाँव जो रखा,
सच कहता हु तुम से यारो ऐसा मैंने देखा,
जैसे कोई हुआ चमत्कार,
मेरी तो सोई भी किस्मत जगी है....
खाटू की मिटटी संजय ने जब माथे से लगाई,
खुद ही गम दूर हुये खुशिया झोली में आई,
शर्मा बाबा का हुआ सेवा दार,
मेरी तो सोई भी किस्मत जगी है