राधा के मन में बस गए श्याम बिहारी
श्याम रंग में रंग गयी राधा, भूली सुध बुध सारी
राधा के मन में बस गए...
श्याम नाम की चुनर ओडी, श्याम नाम की चुडीयाँ
अंग अंग में श्याम समाए, मिट गयी सारी दूरिया
कानो में कुण्डल गल वैजयंती माला लागे प्यारी
राधा के मन में बस गए...
बैठे कदम की डाल कन्हैया मुरली मधुर बजाए
साँझ सकारे मुरली के स्वर राधा राधा गाए
इस मुरली की तान पे जाए यह दुनिया बलिहारी
राधा के मन में बस गए...
अधर सुधा रस मुरली राजे, काहना रास रचाए
कृष्ण रचैया राधा रचना, प्रेम सुधा बरसाए
प्रेम मगन हो सब ही बोलो, जय हो बांके बिहारी
राधा के मन में बस गए...