ये श्याम का रंग जिसे देख के हर कोई हो गया ढंग,
ध्वजा हाथ लिये चले मस्त मलंग,
मुझे चढ़ गया श्याम का रंग रंग,
ये श्याम का रंग........
ये श्याम रंग है फागुन में रंग जाने का ,
प्रेमियों के प्रेम का बाबा के मस्तानो का,
मुझे चढ़ गया श्याम का रंग रंग,
ये श्याम का रंग........
ये श्याम रंग है दिल से दिल को मिलाने का,
खाटू की गलियों में भक्तो को रंग लगाने का,
मुझे चढ़ गया श्याम का रंग रंग,
ये श्याम का रंग........
अरे ये श्याम रंग है रींगस से खाटू पैदल जाने का,
लाखो लाख निशान श्याम के दर पे चढ़ाने का,
मुझे चढ़ गया श्याम का रंग रंग,
ये श्याम का रंग........
अरे ये श्याम रंग है सौरव के भाव और भजनो का,
खाटू की पावन मिटी का चोखानी की पावन भक्ति का,
मुझे चढ़ गया श्याम का रंग रंग,
ये श्याम का रंग........