मेरे बाबा मेरे मालिक मैं मांगू जो मुझे देना,
मरू तेरे दर की चौकठ पर मुझे अपना बना लेना,
मेरे बाबा मेरे मालिक मैं मांगू जो मुझे देना,
लगाये भोग तू जब भी मुझे थाली बना देना,
करू शीतल तेरी जीबया मुझे पानी बना देना,
हटाना ना तू मुझे नजरो से मुझे ऐसे छुपा लेना,
मेरे बाबा मेरे मालिक मैं मांगू जो मुझे देना,
कभी काजल कभी कुण्डल कभी मुरली बना देना,
स्वारो बाल तुम जब भी मुझे कंगी बना देना,
रहु राजी रजा में मैं मुझे पावन बना देना,
मेरे बाबा मेरे मालिक मैं मांगू जो मुझे देना,
तुझे खुशबू से महका दू मुझे वो इतर बना देना,
तुझे शीतल हवा दूंगा चवर डोरी बना देना,
लिप्त जाऊ तेरे सीने मुझे भागा बना देना,
मेरे बाबा मेरे मालिक मैं मांगू जो मुझे देना,
भिखारी हु तेरे दर का मुझे भी ये भीख दे देना,
तेरे प्रेमी के चरणों की मुझे बस धूल दे देना,
चरण रज चुम लू रोहित मुझे काबिल बना देना,
मेरे बाबा मेरे मालिक मैं मांगू जो मुझे देना,