ये धांटे पर भी धटा न दिल क्यों कर धाटू मैं,
ओ श्याम धनि मने सेवक रखले अपना खाटू में,
जब तेरी याद सताती है,
या नींद मने न अति है,
बड़ी मुश्किल से रात कटे दिन क्यों कर काटू मैं,
मैंने श्याम धनि नोकर रखले अपना खाटू में,
न तेरे बिना गुजारा है,
मेरा तू ही श्याम सहारा है,
तेरे बिना न दिन कट ता ये क्यों कर काटू मैं,
ओ श्याम धनि मने नोकर रखले अपना खाटू में,
मेरा बाबा मने बुलाले तू,
मने अपने गले लगा ले तू,
तेरे हुकम ने बाबा में क्यों कर नाटू मैं,
ओ श्याम धनि मने नोकर रखले अपना खाटू में,
कब तेरा बुलावा आवेगा,
न बोबी भी रुक पावेगा,
तेरे हुकम ने बाबा मेरे क्यों कर नाटू मैं,
ओ श्याम धनि मने नोकर रखले अपना खाटू में,