लेकर हाथों में निशान चले श्याम तेरे दीवाने,
हो श्याम तेरे दीवाने हो श्याम तेरे मस्ताने,
लेकर हाथों में निशान चले श्याम तेरे दीवाने
रंग बिरंगे निशान है लाते,
झूमते नाचते गाते आते,
सब खाटू की और भाग रहे,
श्याम तेरे दीवाने,
आराम पाते द्वार पे आके,
दंडवत करते शीश झुकाते,
सब तोरण पे विश्राम करे,श्याम तेरे दीवाने,
लेकर हाथों में निशान चले श्याम तेरे दीवाने
दर्शन की कतार है लम्भी खाटू की सर्कार है चंगी,
सब भक्त तेरे जय कार करे श्याम तेरे दीवाने,
लेकर हाथों में निशान चले श्याम तेरे दीवाने
दर्शन की जब बारी आई,
गोपाल सारी थकान भुलाई तेरे दर पे शीश झुका रहे श्याम तेरे दीवाने,
लेकर हाथों में निशान चले श्याम तेरे दीवाने