दूर करो दुःख दर्द सब, दया करो हे माँ
मन मंदिर में उज्वल हो, तेरा निर्मल ज्ञान
जिस घर में हो आरती, चरण कमल चित लाए
माँ जगदंबे श्रवण करे, ज्योति यहाँ जलाएं
यहाँ भक्त कीर्तन करें, वहे प्रेम दरिया
यहाँ सबकी मुरादें पूरी हो, सत्य लोग सेवा
सब कुछ दिया है आपने, भेंट करूँ क्या माँ
नमस्कार की भेंट करूं, जोड़ कर दोनों हाथ
एक भरोसा आपका, मुझे सदा है माँ
दीन दया मेहरांवाली माँ, कौन सँवारे काज
जीवन मेरे आप हो, परम् भरोसा आप
माता शेरांवाली मेरी, जननी हो तो उद्दार
सोते बैठते जागते, चलते फिरते आप
तेरा ही माँ आसरा, सबकी पालनहार
ॐ शांति शांति शांति,,,,,,,,,,,,