ना सोने चांदी के कंगन चाहिये,
माँ शेरावाली तेरा दर्शन चाहिये,
तुझसे बड़ी माँ कोई रेहमत नहीं ,
तेरे चरणों से अच्छी तो जन्नत नहीं,
मोटर कार बंगला नो धन चाहिए,
माँ शेरावाली तेरा दर्शन चाहिये,
तेरे नजर का नूर मिलता रहे,
भगति का फूल मन में खिलता रहे,
अजाज़ निरंजन को ना गुलशन चाहिये,
माँ शेरावाली तेरा दर्शन चाहिये,