जब से आया मै दर पे तुम्हारे,
दुःख कट गये है जीवन के सारे,
जब से आया मै दर पे तुम्हारे,
तेरे अर्पण है जीवन ये सारा,
मेरे सिर पे है करजा तुम्हारा बाबा जी लूँगा तेरे सहारे,
जब से आया मै दर पे तुम्हारे...
मेरा तू ही है भाग्यविध्याता बाबा तेरा दिया ही मैं खाता,
बड़े अच्छे चले है गुजारे,
जब से आया मै दर पे तुम्हारे,
अपने चरणों का दे कर सहारा,
मुझ दुखिया को दुःख से उबारा,
बाबा सारे ही काज सवारे,
जब से आया मै दर पे तुम्हारे,
तेरी भक्ति का है सारदाना,
सुरिंदर वे नीतू ने माना विजय ऍम जी में धूम मचाये,
जब से आया मै दर पे तुम्हारे,
दुःख कट गये है जीवन के सारे,