मेरे सीने में वैसे है जानकी संग राम जी,
मैना याहा देखु नजर आते है राम जी,
इक पल जो राम रूठे तो मैं जी ना पाऊंगा,
सांसे है धड़कन है मेरी जिंगदी है राम जी,
हीरे मोती सोना चांदी मुझको कुछ न चाहिये,
मिल गया मानिक मुझे जो मिल गए है राम जी,
डर नहीं जब काल से भी फिर किसी से क्यों डरु,
मेरे संग बलजीत हर पल रहते है मेरे राम जी,