जब मेरा श्याम पिघल जाये हर मुश्किल हल हो जाये,
दे खुशियों की सौगात ये संवारा,
जब ये हाथ बढ़ाता है हारे को जीत दिलाता है,
देता पग पग पे साथ ये संवारा,
जब मेरा श्याम पिघल जाये हर मुश्किल हल हो जाये,
जब अच्छे हो हलात रहता हर कोई साथ,
संवारा मुश्किलों में ना छोड़े भक्त का हाथ,
जब मेरा श्याम पिघल जाये किस्मत का लेख बदल जाये,
दे खुशियों की सौगात ये संवारा,
भक्त का दिल जब रोटा है
दर्द फिर श्याम को होता है,
करता है ये किरपा खुशियों में डुबोता है,
जब मेरा श्याम पिघल जाये डूभी नाव भी तर जाये,
दे खुशियों की सौगात ये संवारा,
इन्हे जो आपने बनाता है तो,
टोनी वो मंजिल पाता है,
चोखानी ये संवारा पत्थर पे डूब उगाता है,
जब मेरा श्याम पिघल जाये भुजा दियां भी जल जाये
दे खुशियों की सौगात ये संवारा .......