जब तू बुलाएगा , मैं दौड़ा आऊंगा ,
तेरे चरणों में अपने , सर को झुकाऊंगा,
सांवरे जल्दी बुला ले मुझे ,
सांवरे अपना बना ले मुझे ,
तेरी मेरी बाते , हर रोज होती हैं ,
पर मिलने को तुझसे , अंखिया तरसती हैं ,
इन अखियो की कान्हा , प्यास बुझा दे तू ,
कब आऊ तेरे दर पे , इतना तो बता दे तू ,
सांवरे जल्दी बुला ले मुझे ,
सांवरे अपना बना ले मुझे ,
कब तक मनाऊ मैं , इस दिल को बातो से ,
मैं सोया नहीं कान्हा , कितनी ही रातो से ,
हर रात की बाते , तुझको सुनाऊंगा ,
जल्दी बुला कान्हा , मैं दौड़ा आऊंगा ,
सांवरे जल्दी बुला ले मुझे ,
सांवरे अपना बना ले मुझे ,
माना के हूँ पापी , और अधमी हूँ थोड़ा ,
क्या इसलिए कान्हा , तूने मुझे छोड़ा ,
मेरे पापो की कान्हा , चाहे जो भी सजा दे तू ,
एक बार तो कान्हा, दर पे बुला ले तू ,
सांवरे जल्दी बुला ले मुझे ,
सांवरे अपना बना ले मुझे ,
Bhajan Lyrics - Jay Prakash Verma, Indore