मेरी गोरा जी मैया बनेगी दुल्हनिया,
सज के आएंगे भोले बाबा,
भैरव बाबा बजाएगा बाजा...॥
सोलह सिंगार मेरी मैया जी करेंगी,
टीका लगेगा और हल्दी चढ़ेगी,
मैया के होठों पर झूले की नथुनिया,
और झूमेंगे भोले बाबा,
भैरव बाबा बजाएगा बाजा...
बन के बाराती मेरे ब्रह्मा विष्णु आएंगे,
नारद मुनि आए और ऋषि मुनि आएंगे,
राजा हिमांचल स्वागत करेंगे,
और आरती मैनावती माता,
भैरव बाबा बजाएगा बाजा...
घर से चलेगी मैया डोली में बैठेगी,
धरती पे मैया रानी पाँव न धरेगी,
पलकों वाली पालकी में मैया को बिठाके,
ले जाएंगे भोले बाबा,
भैरव बाबा बजाएगा बाजा...