मैया तेरे भगतो ने दरबार सजाया है,
आजाओ मेरी मियां तुझे दिल से भुलाया है,
मैया तेरे भगतो ने दरबार सजाया है,
आसमान के तारो से फूलो की करातो से,
तेरा भवन सजाया माँ रंगीन गोबारो से,
इतर की फुहारों से तुझको महकाया है,
मैया तेरे भगतो ने दरबार सजाया है,
तेरी लाल चुनरियाँ माँ खूब सजाई है,
सूरज की बना बिंदियां माथे पे लगाई है,
मैया तेरी नथनी पे हीरा जड़ वाया है,
मैया तेरे भगतो ने दरबार सजाया है,
नारियल और पान सुपारी तेरी भेंट ले आये है,
श्रद्धा के पुष्प मैया चरणों में लाये है,
मेवा और मिशरी का तेरा भोग बनाया है,
मैया तेरे भगतो ने दरबार सजाया है,
सरगम ने सदा मेरी माँ यश तेरा गाना है,
जीवन अपना सारा तेरे दर पे बिताना है,
क्या गबराना है सिर पे तेरा साया है,
मैया तेरे भगतो ने दरबार सजाया है,