Menu
×
प्रथम पन्ना
home
कृष्ण भजन
krishna bhajans
शिव भजन
shiv bhajans
हनुमान भजन
hanuman bhajans
साईं भजन
sai bhajans
जैन भजन
jain bhajans
दुर्गा भजन
durga bhajans
गणेश भजन
ganesh bhajans
राम भजन
raam bhajans
गुरुदेव भजन
gurudev bhajans
विविध भजन
miscellaneous bhajans
विष्णु भजन
vishnu bhajans
बाबा बालक नाथ भजन
baba balak nath bhajans
देश भक्ति भजन
patriotic bhajans
खाटू श्याम भजन
khatu shaym bhajans
रानी सती दादी भजन
rani sati dadi bhajans
बावा लाल दयाल भजन
bawa lal dayal bhajans
शनि देव भजन
shani dev bhajans
आज का भजन
bhajan of the day
भजन जोड़ें
add bhajans
Get it on Google Play Join Bhajan Ganga Whatsapp channel



Currently you are visiting mobile version. Click http://www.bhajanganga.com/ for full version
श्री कुबेर जी है भंडार भरते ध्यान हिरदये में जो इनका धरते

श्री कुबेर जी है भंडार भरते ध्यान हिरदये में जो इनका धरते,

संग लक्ष्मी जी है आज्ञा कारी पूजती है ये संग दुनिया सारी,
भाव से भर्ती भगति का गागर आप गागर में सागर को भरते,
श्री कुबेर जी है भंडार भरते ध्यान हिरदये में जो इनका धरते,

धन कुबेर जी है शिव जी के प्यारे भक्त वविशन है बाहता तुम्हारे,
विषवाला  ले ईदबीड़ा के प्यारे कावेरी के नाथ शिव के दुलारे,
अलका पूरी में है निवास तुम्हरा यकश गंदरवो पे किरपा करते,
श्री कुबेर जी है भंडार भरते ध्यान हिरदये में जो इनका धरते,

दूजा देव नहीं धन के प्रदाता पहले ही नाम तुम्हारा है आता,
जो है श्रद्धा से शीश झुकाता बिन मांगे उसे सब कुछ मिल जाता,
हाथ किरपा का धर दो मेरे सिर आन पड़ा हु मैं तेरे दर पे,
श्री कुबेर जी है भंडार भरते ध्यान हिरदये में जो इनका धरते,

किरपा पात्र को मिलते है मोती,
जाग जाती है किस्मत जो सोती,
जय हो जय हो जय कुबेर जी तुम्हारी,
अन धन और खुशियों को भरते,
श्री कुबेर जी है भंडार भरते ध्यान हिरदये में जो इनका धरते,

स्वर्ण शृंगासन पे आप विराजे मणि मुकट है शीश पे साजे,
द्वार तेरे है नो वक़्त भाजे धन के खोलो सभी दरवाजे,
देविंदर रवि कान्त के घर में बाबा धनतेरस को धन भर देते,
श्री कुबेर जी है भंडार भरते ध्यान हिरदये में जो इनका धरते,

श्रेणी
download bhajan lyrics (942 downloads)



Similar Bhajans