हम भी चले आये हैं कान्हा तेरे गाँव में
तु रखना लेने मुझको चरणों की छाँव में
बस इतनी अर्जी तुम मेरी स्वीकार कर लेना
गोदी में बीठा साँवरिया थोड़ा प्यार कर लेना
तुम जग के दाता हो मेरे भाग्य विधाता हो
तुम सब पर कृपा करो जो तुम्हें मनाता हो
मैं तेरी शरण आया सिर हाथ धर देना
गोदी में बीठा साँवरिया थोड़ा प्यार कर लेना
खाता हूँ कसम कान्हा वापस ना जाऊंगा
इकरार करूँ दर पे मैं यहीं अड़ जाऊंगा
दुनियां से मांग लिया अब तुझसे ही लेना
गोदी में बीठा साँवरिया थोड़ा प्यार कर लेना
इस तेरे बावरे का रिश्ता ये पुराना है
मैंने ढूंढ लिया सुनले चरणों में ठिकाना है
मेरा हाथ जोड़ तुमसे बस अब इतना ही कहना
गोदी में बीठा साँवरिया थोड़ा प्यार कर लेना