अति कभी ना करना प्यारे इति तेरी हो जायेगी,
बिन पंखो के पंक्षी जैसी गति तेरी हो जायेगी,
अति सूंदर थी सीता मइयां जिसके कारण हरण हुआ,
अति घमंडी था वो रावण जिसके कारण मरण हुआ,
अति सदा वर्जित है बंदे क्षति तेरी हो जायेगी,
बिन पंखो के पंक्षी जैसी गति तेरी हो जायेगी,
अति वचन बोले पांचाली महाभारत का युद हुआ,
अति दान दे कर के राजा बलि भी बंधन युक्त हुआ,
अति विशवाश कभी न करना मति तेरी फिर जायेगी,
बिन पंखो के पंक्षी जैसी गति तेरी हो जायेगी,
अति बलशाली सेना लेकर कौरव चखना चूर हुये,
अति लालच वस् जाने कितने सत कर्मो से दूर हुये,
अति के पीछे हरष न भागो अति अंत करवाएगी,
बिन पंखो के पंक्षी जैसी गति तेरी हो जायेगी,