ममता की है मूरत है करुणा की जो सागर,
मंजू बाईसा हमारी है प्रेम की वो गागर....
जिनके दिल मे रहते, श्री बाबोसा भगवान,
आई है कलयुग में, करने को जन कल्याण,
ये पकड़ ले जिसकी उंगली, उसे लगे कभी न ठोकर,
मंजू बाईसा हमारी....
जिसने बाईसा से, जोड़ लिया है नाता,
उनके जीवन से गम, कोसो दूर हो जाता,
परिवार में उनके आती खुशियाँ खुद ही चलकर,
मंजू बाईसा हमारी....
इस घरती पर बाईसा है एक दिव्य शक्ति,
बाबोसा की कृपा से भक्तो के संकट हरती,
सब कुछ मिल जाता है बाईसा की शरण मे आकर,
मंजू बाईसा हमारी....
जिनको बाईसा का आशीर्वाद मिला है,
उन भक्तो के जीवन का हर पहलू बदला है,
दिलबर प्यार करे वो सबको अपना समझकर ।।
मंजू बाईसा हमारी....