माता रानी फल देगी, आज नहीं तो कल देगी ।
हर पल माँ का ध्यान लगा, वो खुशिओं के पल देगी ॥
कोई जाने ना जाने, महामाया की माया
निर्धन को धनवान करे, दुखों के दुःख दर्द हरे ।
निर्बल को माँ बल देगी, आज नहीं तो कल देगी ॥
‘चंचल’ माँ के दर पे आ, माँ को अपना हाल सुना ।
वो प्यासे को जल देगी, आज नहीं तो कल देगी ॥