मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर,
मेरी माँ से मुझे मिला दे कुछ बाते माँ से करा दे,
मेरी माँ कर दर्श करा दे या मुझे माँ की दिखादे तस्वीर,
मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर,
माँ अंजनी के लाल तुम हो माँ वैष्णो के तुम हो वजीर,
तन पे सोहे लाल लंगोटा बंधा है सिर पे तेरे चीर,
माँ के दर पे तू पेहरा लगाये तेरे हाथो पे गधा लहराये
तू मेरी बिगड़ी बना दे तकदीर,
मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर,
माँ की गोद में लाल खिलाते बहन से तुम हो मिलाते वीर,
अन्धो को तुम नेत्र हो देते कुंदन कर देते हो शरीर,
मेरे घर में पधारो वीरा आके ज्योत जलाओ वीरा,
साथ में मैया को लाओ महावीर,
मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर,
श्री राम नाम हो तुम शिव के रुदर अवतार हो तुम,
हर मुश्किल को दूर भगाने चीर के पर्वत आते हो तुम,
जब धाम से निकले भवानी तब करते हो तुम अगवानी ,
लेके हाथो में ध्वजा लहराते हो वीर,
मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर,
उस जन से कोई संकट न आया तेरा चालीसा जो गावे,
सिमरन कर तूने ध्यानु ने धाया अजीत भी तेरा यश गाये,
कहे दास पवन हथ जोड़ कर अपनी आँखों में नीर है भर कर,
शेरावाली का दर्श करवा दे लंगर वीर,
मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर,