माँ महाकाली आई झूम कै
काटै संकट घूम घूम कै
सबनै खुशियाँ बांटैगी
दरबारा मैआज सभी के संकट काटैगी
माँ का रूप है बड़ा विशाल
संग मे रहते हैं महाकाल
सव पै चड जब चालैगी ------
सब भूंता के शीश कतरदे
खपर खून तै ठाडा भरदे
गलै रूण्ड माला डालैगी------
माँ की शक्ति है बड़ी भारी
आगी लेकै तेज कटारी
हाथ नै कोन्या डाटैगी------
जब छोटी नै मात बुलाई
महाकाली झूमकै आई
विजय नही मैया नाटैगी ------