बाबा तेरे भगतो का तू ही है बस इक सहारा
तेरे ही भरोसे पे है जुड़ा परिवार हमारा,
तू है आस्मां तू ही अपनी ज़मीन,
तूने थामी ज़िंदगी तो न कुछ भी कमी,
शुक्र क्या करू मैं तेरा,
बाबा तेरे भगतो का तू ही है बस इक सहारा
दिल मेरा देता ये गवाह सँवारे,
खुशियों की तू ही है वजा सँवारे,
शुक्र क्या करू मैं तेरा ,
तेरी ही वदोलत है बुलंदियों पे आज सितारा,
तेरे ही भरोसे पे है जुड़ा परिवार हमारा,
लव्जो पे जब से तेरा नाम है रोंके ही रोंके सुबह शाम है,
शुक्र क्या करू मैं तेरा,
रंग तेरा ऐसा चढ़ा चढ़े न कोई रंग दोबारा,
तेरे इस रंग में ही है रंग गया गोलू सारा,
तेरी किरपा से ही चले है गिनी का गुजारा,
बाबा तेरे भगतो का तू ही है बस इक सहारा
तेरे ही भरोसे पे है जुड़ा परिवार हमारा,