मैं खाटू वाले से मांगू क्या जब बिन बामंगे ही पाया है
मैं तेरा दर न छोडूंगा मुझे तेरा सहारा है
मैं जब भी आया दर तेरे मुझे एक तू ही भय है
तेरी चौखट ही बाबा मैंने सब कुछ ही पाया है
मैंने देखा तेरा जलवा तू गिरतों को उठता है
तू जिसपे मोर छड़ी धार दे वो भाव सागर तर जाता है
आसरा तेरा है बाबा भरोसा तेरा पाया है
मुझे अपनों ने ठुकराया तूने रिश्ता निभाया है
ना धन दौलत की है आशा ना कोई ही अभिलाषा है
संजय संग सन्नी भी बाबा तेरे दरबार आया है