जो है वो भुलाने के काबिल नहीं है
जो है वो भुलाने के काबिल नहीं है
नहीं है वो पाने के काबिल नहीं है
जो है वो अभी है यही है हम उसमें
किसीको दिखाने के काबिल नहीं है
हम उसके ही द्वारा ये सब देखते है
वो है बस बताने के काबिल नहीं है
ना होते हुए है ऐसा जो भासता है
वह विस्वाश लाने के काबिल नहीं है
जो है वो भुलाने के काबिल नहीं है
जो है वो भुलाने के काबिल नहीं है
जो है वही सत है वह परमात्मा है
असत से छिपाने के काबिल नहीं है
पथिक तुम जहाँ हो वहीँ पर तो वो है
वो खोज लगाने के काबिल नहीं है