मेरे होठो पे हो तेरा नाम के जब मेरे प्राण निकले,
गाये रसना भी जय श्री श्याम जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होठो पे हो तेरा नाम के जब मेरे प्राण निकले
शुभ मुहूरत शुभ लगन हो बाबा,
और ग्यारस का दिन हो बाबा,
हो वक़्त सुबह या शाम के जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होठो पे हो तेरा नाम के जब मेरे प्राण निकले
सास मेरी जब रुक रुक आवे,
यमदुतो से दर जब लागे,
तेरे चरणों को लू मैं थाम,के जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होठो पे हो तेरा नाम के जब मेरे प्राण निकले
जब आये मुझे अंतिम हिचकी दो बुँदे चरणों के रज की,
मुझको देना पीला घनश्याम के जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होठो पे हो तेरा नाम के जब मेरे प्राण निकले
गाये प्रवीण और लिखे अनाड़ी हो नैनं में शवि तुम्हारी,
और जगह हो खाटू धाम के जब मेरे प्राण निकले,
मेरे होठो पे हो तेरा नाम के जब मेरे प्राण निकले