ज़रा ध्यान से देखो सूरत मत वाली है,
मेरे श्याम सलोने की हर बात निराली है,
है चाँद सा मुखड़ा क्या तेज समाया है,
इस तेज के आगे सूरज शरमाया है,
प्यारी प्यारी आंखे अमृत की प्याली है,
ज़रा ध्यान से देखो सूरत मत वाली है,
जहा प्रेम बरस ता है दरबार है एसा,
कोई न दुनिया में दातार है एसा,
आता है जो दर पे जात्ता ना खाली है,
जरा ध्यान से देखो सूरत मत वाली है
हो भावना जैसी वैसा फल देता है,
ये दीन दुखियो के संकट हर लेता है,
जीवन महकता है रहती हरयाली है,
ज़रा ध्यान से देखो सूरत मत वाली है