हर सांस रटे तेरा नाम मेरे श्याम धणी घनश्याम
करम इतना कर दे
होंठों पे हो तेरा नाम ऐ खाटू वाले श्याम
के जब ये दम निकले
हर सांस रटे तेरा नाम .............
इतनी सी कृपा करना चरणों में मुझे रखना
नादान समझ बाबा मेरा हाथ पकड़ रखना
ये छोटी सी अरदास तू अपने रंग में आज
श्याम मुझको रंग दे
होंठों पे हो तेरा नाम ऐ खाटू वाले श्याम
के जब ये दम निकले
हर सांस रटे तेरा नाम .............
दुनिया के मेले में बस तू ही सहारा है
मंझधार फांसी नैया बस तू ही किनारा है
मेरे जीवन की पतवार है तेरे हवाले श्याम
पार मुझको कर दे
होंठों पे हो तेरा नाम ऐ खाटू वाले श्याम
के जब ये दम निकले
हर सांस रटे तेरा नाम .............
हारों का सहारा है खाटू में जो द्वारा है
ये मयूर भी जो गाये सब तेरा इशारा है
और सचिन खड़ा है आज तेरी चौखट पे मेरे श्याम
तेरे दर्शन करने
होंठों पे हो तेरा नाम ऐ खाटू वाले श्याम
के जब ये दम निकले
हर सांस रटे तेरा नाम .............