कंधे पे कावड़ उठा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,
दो घुट भंगियाँ चढ़ा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये
नागिन की धुन पे नाच रहे सारे भगवा पहन कर भक्त प्यारे प्यारे,
दी जे पे डुमका लगा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,
दो घुट भंगियाँ चढ़ा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये
पूरी सभजी खाये बिना कोई न हटे गा,
कद्दू कटेगा तो सब में बटे गा,
जम कर के भंडारा खा लीजिये,सावन का असली मजा लीजिये,
कंधे पे कावड़ उठा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,
मोहित है भक्तो के भोले भंडारी झोली फैला कर के करलो तयारी,
जो चाहिये आज पा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,
कंधे पे कावड़ उठा लीजिये सावन का असली मजा लीजिये,