गले में तेरे सर्प की माला जटा में तेरे गंग बह रही,
बम लेहरी ओ मेरा बम लेहरी,
हे शम्बू मेरा हे बोला तीन लोक में है रोला,
अंग भभूति अपने लगाए दुनिया कह रही शिव लेहरी,
बम लेहरी ओ मेरा बम लेहरी,
सब दुनिया का तू है दाता बन जा मेरा भाग्येविधाता ,
नंदी ऊपर करे सवारी गोरा माँ संग मैं तेरी,
बम लेहरी ओ मेरा बम लेहरी,
विनोद कुमार दास तेरा चाहवे से यो साथ तेरा,
राकेश कुमार ने गा लेगा जो ले गा से माला तेरी,
बम लेहरी ओ मेरा बम लेहरी,