शिव कैलाशों, के वासी,
ओ धौली, धारों के राजा,
"शँकर, संकट हरना xll"
शँकर, संकट हरना ll, ओ भोले बाबा,
शँकर, संकट हरना l
तेरे कैलाशों का, अंत न पाया ll,
अंत, बेअंत तेरी माया, ओ भोले बाबा,
अंत, बेअंत तेरी माया,,,
शँकर, संकट हरना ll, ओ भोले बाबा,
शँकर, संकट हरना l
शिव कैलाशों, के वासी,,,,,,,,,,,,,,,
बिल की पत्तियां, भांग धतूरा ll,
शिव जी के, मन को लुभाए, ओ भोले बाबा,
शिव जी के, मन को लुभाए,,,
शँकर, संकट हरना ll, ओ भोले बाबा,
शँकर, संकट हरना l
शिव कैलाशों, के वासी,,,,,,,,,,,,,,,
एक था डेरा तेरा, चंबेरे चौगाना ll,
दूजा लाई, दित्ता भरमौरा, ओ भोले बाबा,
दूजा लाई, दित्ता भरमौरा,,,
शँकर, संकट हरना ll, ओ भोले बाबा,
शँकर, संकट हरना l
शिव कैलाशों, के वासी,,,,,,,,,,,,,,,
दीनन के प्रभु, शँकर प्यारे ll,
भक्तों के, मन में विराजे, ओ भोले बाबा,
भक्तों के, मन में विराजे,,,
शँकर, संकट हरना ll, ओ भोले बाबा,
शँकर, संकट हरना l
शिव कैलाशों, के वासी,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल