मेरा भोला है भंडारी करे नंदी की सवारी,
शम्भू नाथ रे शंकर नाथ रे,
तेरा नाम है तारण हारा इक तू ही है पालनहारा,
भोले नाथ रे शंकर नाथ रे,
गंगा सोहे जिसके केसा करता मंगल जो हमेशा,
भोले नाथ रे शंकर नाथ रे,
तू ही त्रिपुरारी कैलाशी तू ही दुःख वजन अविनाशी,
शम्भू नाथ रे शंकर नाथ रे,
मेरा भोला है भंडारी जिसे पूजे दुनिया सारी,
भोले नाथ रे शंकर नाथ रे,
मेरे साथ रे तू मेरे साथ रे,
पीकर खुद ही विष का प्याला दुनिया का अमृत दे डाला,
भोले नाथ रे शंकर नाथ रे,
कुल सृष्टि का चकर चलाये बिन गोरा आधा कहलाये,
शम्भू नाथ रे शंकर नाथ रे,