अरे भजे मुरलियाँ प्यारे की नटखट मोहन मुरारी की,
गाऊ चरिया प्यारे की छलियाँ नन्द दुलारे की,
मुरली की धुन सुन के आई,
होश रहा न सुध विश्राई,
मस्ती छाई मति वाले की छलियाँ नन्द दुलारे की,
ठुमक ठुमक चले चाल सांवरिया,
लेके संग सब ग्वाल सांवरियां,
मैं भी दीवानो मलिहारे की छलियाँ नन्द दुलारे की,
रंग रसियां रंग रास रचावे खुद नाचे सब जगत नचावे,
रही राह तके रखवाले की छलियाँ नन्द दुलारे की,