दुनिया से हारा हूँ मै,तेरी दरकार है
आजा मेरे सांवरे,तेरा इंतजार हैं
बीच भँवर में नैया डोले
ना है किनारा कोई खाये हिचकोले
तुम से है आस मेरी,तेरा एतबार है
आजा मेरे सांवरे,तेरा इंतजार हैं
डूब ना जाए ये नईया मेरी
थाम लो आकर इसको,दरकार तेरी
टूटी सी है नईया मेरी,टूटी पतवार है
आजा मेरे सांवरे,तेरा इंतजार हैं
हारे के सहारे श्याम,मैं भी मझधार हूँ
बालक हूँ तेरा श्याम,माना खतावार हूँ
तुलसी की नईया का,तु ही खेवन हार है
आजा मेरे सांवरे,तेरा इंतजार हैं
लेखक-रोशन स्वामी"तुलसी"
9610473172-9887339360