कान्हा मोहे ऐसो बनाइये मोर
नाचू ता ता थई थई ,
नाचू थई थई मैं नाचू ता ता थई थई
कान्हा मोहे ऐसो बनाइये मोर
मोर जो बनावे तो एसो बणायो,
अपनी ही रास रसीला में नचियो
सब देखे में और नाचू ता ता थई थई
कान्हा मोहे ऐसो बनाइये मोर
दही तू बनइयो चाहे दूध बनइयो
दान घाटी पे तू मोहे चडीयो,
हो राजी चित चोर,नाचू ता ता थई थई
कान्हा मोहे ऐसो बनाइये मोर
टर्की बण्यो चाहे पतंग बनियो,
वृन्दावन चाहे गोकुल में उड़ाइयो.
रख अपने हाथ में डोर नाचू ता ता थई थई
कान्हा मोहे ऐसो बनाइये मोर
शहनाई बनियो चाहे मुरली बनियो,
अपने ही अधरों पे मुझे सजियो,
जब हो मुरली का शोर नाचू ता ता थई थई
कान्हा मोहे ऐसो बनाइये मोर