माँ बाप के चरणों में , बसे तीर्थ सारे है
वो सब कुछ पा जाते , जो इनके प्यारे है 
चमड़ी उतार अपनी चाहे जूती बनवाये
इनके एहसानो का , बदला न चुका पाये
बहुतो ने सेवा कर , निज जन्म सुधारे है
वो सब कुछ पा जाते , जो इनके प्यारे है 
कष्टों को सह कर भी , ये बालक को पाले
खुद भूखे रहकर भी , उसके मुख डाले
राते काली कर के , बालक को दुलारे है 
वो सब कुछ पा जाते , जो इनके प्यारे है 
माँ बाप की कृपा से , ये मनुष्य जन्म मिला 
इनकी गोदी में ही , जीवन का फूल खिला 
दुख सह कर बालक की , तकदीर सवारे है 
वो सब कुछ पा जाते , जो इनके प्यारे है 
भूलन त्यागी कहता , कोई इन्हें सताओ ना
कर्मो से तुम अपने , दिल इनका दुखाओ ना
ये ईश्वर से बड़के , कहते गुणी सारे है 
वो सब कुछ पा जाते , जो इनके प्यारे है