संतन के संग लाग रे, संतन के संग लाग रे,
तेरी भली बनेगी संतन के संग
हंसन की गति हंस हि जानै,
क्या जाने कोई काग रे ,
संतन के संग.......
संतन के संग पूर्ण कमाई,
होय बडो तेरे भाग रे,
संतन के संग......
ध्रुव की बनी प्रह्लाद की बन गई,
गुरू सुमिरन बैराग रे ,
संतन के संग.......
कहत कबीरा सुनो भाई साधो,
राम भजनमें लाग रे,
संतन के संग.........